103.93.100.11 - आईपी क्वेरी: मुफ्त आईपी एड्रेस क्वेरी, पोस्टल कोड क्वेरी, आईपी लोकेशन क्वेरी, आईपी एएसएन, सार्वजनिक आईपी
देश/क्षेत्र:
राज्य/प्रांत:
शहर:
अक्षांश और देशांतर:
स्थानीय समय क्षेत्र:
डाक कोड:
नेटवर्क संचालन प्रदाता:
ASN:
भाषा:
User-Agent:
Proxy IP:
काला सूची में डालना:
विभिन्न आईपी रिज़ॉल्यूशन लाइब्रेरी के अंतर्गत आईपी जानकारी
ip-api
देश/क्षेत्र
राज्य/प्रांत
शहर
ASN
स्थानीय समय क्षेत्र
नेटवर्क संचालन प्रदाता
काला सूची में डालना
प्रोक्षय आईपी
अक्षांश
देशान्तर
डाक कोड
Route
db-ip
देश/क्षेत्र
राज्य/प्रांत
शहर
ASN
स्थानीय समय क्षेत्र
नेटवर्क संचालन प्रदाता
काला सूची में डालना
प्रोक्षय आईपी
अक्षांश
देशान्तर
डाक कोड
Route
IPinfo
देश/क्षेत्र
राज्य/प्रांत
शहर
ASN
स्थानीय समय क्षेत्र
नेटवर्क संचालन प्रदाता
काला सूची में डालना
प्रोक्षय आईपी
अक्षांश
देशान्तर
डाक कोड
Route
IP2Location
103.93.100.11देश/क्षेत्र
राज्य/प्रांत
west bengal
शहर
navadwip
स्थानीय समय क्षेत्र
Asia/Kolkata
नेटवर्क संचालन प्रदाता
भाषा
User-Agent
अक्षांश
देशान्तर
डाक कोड
ipdata
देश/क्षेत्र
राज्य/प्रांत
शहर
ASN
स्थानीय समय क्षेत्र
नेटवर्क संचालन प्रदाता
काला सूची में डालना
प्रोक्षय आईपी
अक्षांश
देशान्तर
डाक कोड
Route
इस आईपी पते के निकट लोकप्रिय स्थान और घटनाएँ
नवद्वीप
पूर्व का ऑक्सफ़र्ड
दूरी: लगभग 499 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.42,88.37
नवद्वीप या नबद्वीप भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया जिले में स्थित एक नगर है।
मायापुर
दूरी: लगभग 3583 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.438,88.393
मायापुर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है। यह गंगा नदी के किनारे, उसके जलंगी नदी से संगम के बिंदु पर बसा हुआ एक छोटा सा शहर है। मायापुर नवद्वीप के निकट है और कोलकाता से १३० कि॰मी॰ उत्तर में स्थित है। यह हिन्दू धर्म के गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय के लिए अति पावन स्थल है। यहां उनके प्रवर्तक श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्म हुआ था। इन्हें श्री कृष्ण एवं श्री राधा का अवतार माना जाता है। यहां लाखों श्रद्धालु तीर्थयात्री प्रत्येक वर्ष दशनों हेतु आते हैं। यहां इस्कॉन समाज का बनवाया एक मंदिर भी है। इसे इस्कॉन मंदिर, मायापुर कहते हैं,मायापुर: एक दिव्य स्थान मायापुर, पश्चिम बंगाल में स्थित एक छोटा सा शहर है, जो हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह इस्कॉन (अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ) का मुख्यालय है, और इसे चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान माना जाता है, जो 16वीं शताब्दी के एक महान संत और समाज सुधारक थे। मायापुर में कई मंदिर और आश्रम हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध चंद्रोदय मंदिर है। यह मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा वैदिक मंदिर है, और यह अपनी भव्यता और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। मंदिर में राधा-कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु की सुंदर मूर्तियां हैं। मायापुर में साल भर कई त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण गौरा पूर्णिमा है। यह त्योहार चैतन्य महाप्रभु के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन, मंदिर को फूलों और रोशनी से सजाया जाता है, और भक्त भजन और कीर्तन करते हैं। मायापुर एक शांत और आध्यात्मिक स्थान है। यह उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो भगवान के करीब जाना चाहते हैं और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं। मायापुर कैसे पहुंचे मायापुर कोलकाता से लगभग 130 किलोमीटर दूर है। आप यहां बस, ट्रेन या टैक्सी से पहुंच सकते हैं। निकटतम हवाई अड्डा कोलकाता में है। मायापुर में कहां रहें मायापुर में कई होटल और गेस्ट हाउस हैं, जहां आप ठहर सकते हैं। आप इस्कॉन के गेस्ट हाउस में भी ठहर सकते हैं। मायापुर में क्या करें चंद्रोदय मंदिर के दर्शन करें इस्कॉन के अन्य मंदिरों और आश्रमों का दौरा करें गंगा नदी में स्नान करें मायापुर के आसपास के गांवों का दौरा करें स्थानीय बाजारों में खरीदारी करें मायापुर जाने का सबसे अच्छा समय मायापुर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक है। इस दौरान मौसम सुखद रहता है। कुछ सुझाव मायापुर में शाकाहारी भोजन ही मिलता है। मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपने जूते उतार दें। मंदिर में फोटो लेना मना है। मायापुर एक पवित्र स्थान है, इसलिए यहां के नियमों और परंपराओं का पालन करें,मायापुर: एक आध्यात्मिक यात्रा मायापुर, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में स्थित, एक प्रसिद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है। इस पवित्र शहर का उल्लेख विभिन्न पौराणिक कथाओं और धार्मिक ग्रंथों में किया गया है। यह स्थान न केवल भारत के भक्तों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के आध्यात्मिक अनुयायियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। ऐतिहासिक पृष्ठभूमि मायापुर को भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु की जन्मस्थली माना जाता है, जिन्होंने 15वीं शताब्दी में भक्ति आंदोलन की शुरुआत की। उनके अनुयायियों द्वारा यहां स्थापित इस्कॉन मंदिर (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस) भी यहाँ का मुख्य आकर्षण है। प्रमुख आकर्षण श्री चैतन्य महाप्रभु जन्मस्थल मंदिर: यह मंदिर मायापुर का मुख्य आकर्षण है। यहाँ भक्त भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु की पूजा-अर्चना करते हैं। इस्कॉन मायापुर: यह मंदिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध है और यहां पर लाखों भक्त हर साल दर्शन के लिए आते हैं। योग पीठ: यह स्थान श्रीला भक्तिसिद्धान्त सरस्वती ठाकुर का आश्रम है, जो इस्कॉन के संस्थापक आचार्य हैं। गौड़िया मठ: यह मठ भी भक्तिसिद्धान्त सरस्वती ठाकुर द्वारा स्थापित किया गया है और यहां पर वैदिक शिक्षा और संस्कृति का प्रसार होता है। आध्यात्मिक अनुभव मायापुर की यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक आत्मिक और मानसिक शांति का अनुभव भी प्रदान करती है। यहाँ के हरित मैदान, पवित्र नदियाँ और शांत वातावरण आध्यात्मिकता को और गहराई से महसूस कराते हैं। यात्रा की योजना मायापुर पहुँचने के लिए आप कोलकाता से ट्रेन या बस द्वारा आसानी से आ सकते हैं। यहां ठहरने के लिए कई धर्मशालाएँ और होटेल्स उपलब्ध हैं। यदि आप इस्कॉन भक्त हैं, तो आप इस्कॉन गेस्ट हाउस में भी ठहर सकते हैं। इस प्रकार, मायापुर की यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव के रूप में भी अद्वितीय है। अपने जीवन में एक बार मायापुर की यात्रा अवश्य करें और इस पवित्र स्थल की महिमा का अनुभव करें,मायापुर: एक आध्यात्मिक यात्रा मायापुर, पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में स्थित, एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है जो अपनी आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। यह स्थल विशेष रूप से गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान माना जाता है। मायापुर का इतिहास मायापुर का इतिहास 16वीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है जब श्री चैतन्य महाप्रभु ने भक्ति आंदोलन की शुरुआत की थी। उन्होंने प्रेम और भक्ति के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के प्रति समर्पण का संदेश दिया। मायापुर को नवद्वीप धाम का हिस्सा माना जाता है, जिसमें नौ द्वीप हैं जो भक्ति के विभिन्न अंगों का प्रतीक हैं। कैसे पहुँचें मायापुर मायापुर कोलकाता से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित है। कोलकाता से मायापुर पहुँचने के लिए सड़क, रेल और जलमार्ग के विकल्प उपलब्ध हैं। नजदीकी रेलवे स्टेशन कृष्णनगर है, जहाँ से टैक्सी या बस द्वारा मायापुर पहुँचा जा सकता है। प्रमुख आकर्षण इस्कॉन मंदिर (श्री मायापुर चंद्रोदय मंदिर): यह मायापुर का सबसे प्रमुख आकर्षण है। यह मंदिर भव्यता और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम है। श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान: यहाँ एक पवित्र स्थल है जहाँ भक्तगण श्री महाप्रभु के जीवन और शिक्षाओं को स्मरण करते हैं। योग पीठ: यह वह स्थान है जहाँ चैतन्य महाप्रभु के परिवार का घर था। यहाँ उनके जीवन से जुड़े कई महत्वपूर्ण स्थल देखे जा सकते हैं। नवद्वीप परिक्रमा: भक्त यहाँ नौ द्वीपों की परिक्रमा करते हैं, जो भक्ति के नौ अंगों का प्रतिनिधित्व करते हैं। ठहरने की व्यवस्था मायापुर में विभिन्न प्रकार के आवास विकल्प उपलब्ध हैं, जिसमें इस्कॉन गेस्ट हाउस, धर्मशालाएँ और होटल शामिल हैं। यहाँ के आवास आध्यात्मिक वातावरण से युक्त होते हैं और शुद्ध शाकाहारी भोजन की व्यवस्था होती है। त्योहार और कार्यक्रम मायापुर में वर्षभर कई धार्मिक उत्सव और कार्यक्रम आयोजित होते हैं। सबसे प्रसिद्ध गौर पूर्णिमा है, जो चैतन्य महाप्रभु के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु यहाँ एकत्रित होते हैं,मायापुर: आध्यात्मिकता और शांति का केंद्र मायापुर, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित एक छोटा सा गाँव है, जो अपनी आध्यात्मिक महत्वता और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह स्थान न केवल हिंदू धर्म के भक्तों के लिए पवित्र माना जाता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (ISKCON) का मुख्यालय भी है। मायापुर हर साल लाखों पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है, जो यहाँ की शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करने आते हैं। मायापुर का इतिहास और महत्व मायापुर का इतिहास बहुत ही समृद्ध और प्राचीन है। यह स्थान हिंदू धर्म के अनुसार भगवान चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान माना जाता है। चैतन्य महाप्रभु 15वीं शताब्दी के एक प्रमुख वैष्णव संत थे, जिन्होंने भक्ति योग और हरिनाम संकीर्तन (भगवान के नाम का जप) का प्रचार किया। उनके दर्शन और शिक्षाएँ आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। मायापुर को "नवद्वीप" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह नौ द्वीपों से घिरा हुआ है। यह स्थान गंगा नदी के तट पर स्थित है, जो इसे और भी पवित्र बनाता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक वातावरण हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। मायापुर के प्रमुख आकर्षण ISKCON मंदिर: मायापुर में स्थित ISKCON मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु को समर्पित है। मंदिर का वास्तुकला और शांतिपूर्ण वातावरण हर किसी को आकर्षित करता है। यहाँ हर साल होने वाले "गौर पूर्णिमा" उत्सव में लाखों भक्त शामिल होते हैं। चंद्रोदय मंदिर: यह मंदिर मायापुर का एक और प्रमुख आकर्षण है। इस मंदिर की ऊँचाई 350 फीट है और यह भगवान कृष्ण के जीवन की विभिन्न लीलाओं को दर्शाता है। मंदिर के शिखर से पूरे मायापुर का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। योगपीठ: यह स्थान चैतन्य महाप्रभु के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है। यहाँ एक मंदिर और संग्रहालय है, जहाँ उनके जीवन से जुड़ी कई कलाकृतियाँ और दस्तावेज़ प्रदर्शित हैं। गंगा नदी: मायापुर गंगा नदी के तट पर स्थित है। यहाँ गंगा में स्नान करना बहुत ही पवित्र माना जाता है। सुबह-सुबह गंगा आरती का दृश्य बहुत ही मनमोहक होता है। नवद्वीप परिक्रमा: मायापुर के आसपास के नौ द्वीपों की परिक्रमा करना एक पवित्र अनुभव माना जाता है। यह परिक्रमा भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आनंद प्रदान करती है। मायापुर कैसे पहुँचें? मायापुर पहुँचने के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कृष्णानगर है, जो लगभग 20 किलोमीटर दूर है। कोलकाता से मायापुर की दूरी लगभग 130 किलोमीटर है, और यहाँ से बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुँचा जा सकता है। निकटतम हवाई अड्डा कोलकाता में है, जो मायापुर से लगभग 3 घंटे की दूरी पर स्थित है। मायापुर की यात्रा का सबसे अच्छा समय मायापुर की यात्रा का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच है, जब मौसम सुहावना और ठंडा रहता है। इस दौरान यहाँ कई त्योहार और उत्सव भी मनाए जाते हैं, जो यात्रा को और भी यादगार बना देते हैं,मायापुर: आध्यात्मिकता और शांति का केंद्र,मायापुर, भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित एक छोटा सा गाँव है, जो अपनी आध्यात्मिक महत्वता और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह स्थान न केवल हिंदू धर्म के भक्तों के लिए पवित्र माना जाता है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (ISKCON) का मुख्यालय भी है। मायापुर हर साल लाखों पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है, जो यहाँ की शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करने आते हैं। मायापुर का इतिहास और महत्व मायापुर का इतिहास बहुत ही समृद्ध और प्राचीन है। यह स्थान हिंदू धर्म के अनुसार भगवान चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान माना जाता है। चैतन्य महाप्रभु 15वीं शताब्दी के एक प्रमुख वैष्णव संत थे, जिन्होंने भक्ति योग और हरिनाम संकीर्तन (भगवान के नाम का जप) का प्रचार किया। उनके दर्शन और शिक्षाएँ आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं। मायापुर को "नवद्वीप" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह नौ द्वीपों से घिरा हुआ है। यह स्थान गंगा नदी के तट पर स्थित है, जो इसे और भी पवित्र बनाता है। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक वातावरण हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। मायापुर के प्रमुख आकर्षण ISKCON मंदिर: मायापुर में स्थित ISKCON मंदिर दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर भगवान कृष्ण और चैतन्य महाप्रभु को समर्पित है। मंदिर का वास्तुकला और शांतिपूर्ण वातावरण हर किसी को आकर्षित करता है। यहाँ हर साल होने वाले "गौर पूर्णिमा" उत्सव में लाखों भक्त शामिल होते हैं। चंद्रोदय मंदिर: यह मंदिर मायापुर का एक और प्रमुख आकर्षण है। इस मंदिर की ऊँचाई 350 फीट है और यह भगवान कृष्ण के जीवन की विभिन्न लीलाओं को दर्शाता है। मंदिर के शिखर से पूरे मायापुर का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है। योगपीठ: यह स्थान चैतन्य महाप्रभु के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है। यहाँ एक मंदिर और संग्रहालय है, जहाँ उनके जीवन से जुड़ी कई कलाकृतियाँ और दस्तावेज़ प्रदर्शित हैं। गंगा नदी: मायापुर गंगा नदी के तट पर स्थित है। यहाँ गंगा में स्नान करना बहुत ही पवित्र माना जाता है। सुबह-सुबह गंगा आरती का दृश्य बहुत ही मनमोहक होता है। नवद्वीप परिक्रमा: मायापुर के आसपास के नौ द्वीपों की परिक्रमा करना एक पवित्र अनुभव माना जाता है। यह परिक्रमा भक्तों को आध्यात्मिक शांति और आनंद प्रदान करती है। मायापुर कैसे पहुँचें?
बाबलारी दीवानगंज
दूरी: लगभग 2549 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.428,88.345
बाबलारी दीवानगंज (Bablari Dewanganj) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है।
बामनपुकुर
दूरी: लगभग 5023 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.445,88.405
बामनपुकुर (Bamanpukur) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है।
चर ब्राह्मनगर
बंगाल में जनगणना क्षेत्र, भारत
दूरी: लगभग 2565 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.4,88.384
चर ब्राह्मनगर (Char Brahmanagar) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है।
चर माइजदिया
दूरी: लगभग 2657 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.403,88.388
चर माइजदिया (Char Maijdia) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है।
गादिगाछा
दूरी: लगभग 3932 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.408,88.404
गादिगाछा (Gadigachha) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है।
माजदिया, नदिया
दूरी: लगभग 3234 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.402,88.394
नदिया ज़िले में इस से मिलते-जुलते नाम वाले गाँव के लिए माझदिया, नदिया का लेख देखें
तिओरखाली
दूरी: लगभग 4744 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.42,88.413
तिओरखाली (Tiorkhali) भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के नदिया ज़िले में स्थित एक नगर है।
श्रीरामपुर, बर्धमान
दूरी: लगभग 3165 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.406,88.338
इस से मिलते-जुलते नामों के लेखों के लिए श्रीरामपुर देखें
नवद्वीप विद्यासागर महाविद्यालय
दूरी: लगभग 892 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.4093319,88.3632625
नवद्वीप विद्यासागर महाविद्यालय पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के नवद्वीप में स्थित एक महाविद्यालय है। यह कल्याणी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है। इसकी स्थापना 1942 में विद्यासागर महाविद्यालय, कोलकाता की एक शाखा के रूप में हुई थी। यह कला, वाणिज्य और विज्ञान में स्नातक पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
वैदिक तारामण्डल मन्दिर
वैदिक तारामण्डल मन्दिर, पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के मायापुर में स्थित एक मन्दिर है।
दूरी: लगभग 2421 मीटर
अक्षांश और देशांतर: 23.4248,88.3887
वैदिक तारामण्डल मन्दिर जिसे श्री मायायपुर चन्द्रोदय मन्दिर भी कहा जाता है, पश्चिम बंगाल के नदिया जनपद के मायापुर में स्थित एक हिन्दू मन्दिर है। अन्तर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत सङ्घ का मुख्यालय मायापुर, पश्चिम बंगाल, भारत में स्थित है। इसका निर्माण 2010 में शुरू हुआ और निर्माण पूरा होने पर यह विश्व का दूसरा सबसे ऊँचा मन्दिर होगा। कोलकाता से 130 किमी (81 मील) की दूरी पर स्थित, यह मूल रूप से वर्ष 2022 में पूरा होने का लक्ष्य था, हालांकि कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण निर्माण में विलम्ब के कारण उद्घाटन की तिथि जो कि 2023 में नियत है, आगे बढ़ सकती है । वैदिक ज्ञान पर आधारित एक वैज्ञानिक और आधिकारिक प्रस्तुति के माध्यम से दुनिया भर में वैदिक संस्कृति और ज्ञान का प्रसार करने के इरादे से इस मंदिर को बनाया गया है। 380 फीट ऊंचे मंदिर में विशेष ब्लू बोलिवियन संगमरमर का उपयोग किया गया है, जो मंदिर में पश्चिमी वास्तुकला के प्रभाव दिखाता है।
उस क्षेत्र में मौसम जहां यह आईपी स्थित है
साफ आकाश
19 डिग्री सेल्सियस
18 डिग्री सेल्सियस
19 डिग्री सेल्सियस
19 डिग्री सेल्सियस
1014 hPa
36 %
1014 hPa
1012 hPa
10000 मीटर की दूरी पर
3.45 मीटर/सेकंड
4.97 मीटर/सेकंड
14 डिग्री